۴ آذر ۱۴۰۳ |۲۲ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 24, 2024
सादाते उसमानपुर का शजरा

हौजा/इंटरनेशनल नूर माइक्रो सेंटर के माध्यम से अमरोहा में सादाते उस्मानपुर की वंशावली का विमोचन हुआ।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार ईद-उल-फित्र की खुशियो के मौके पर उसमानपुर के निवासीयो की खुशी बढ़ गई क्योकि इंटरनेशनल नूर माइक्रो सेंटर के शोधकर्ताओं की मेहनत रंग लाई और 2 शव्वाल 1443 हिजरि में वली ए फ़क़ीह के प्रतिनिधि हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन महदी महदावीपुर, इस्‍लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के राजदूत डॉ. अली चगिनी, इंटरनेशनल नूर माइक्रो फिल्म सेंटर के निदेशक डॉ. मेहदी ख्वाजा पीरी और मेहमानों के हाथो द्वारा वंशावली का विमोचन हुआ।

इस कार्यक्रम के मेजबान मौलाना रज़ी अब्बास नकवी थे जिन्होंने विशिष्ट अतिथि का गर्मजोशी से स्वागत किया। स्वागत के पश्चात सभी अतिथियो ने चांद बिन नूर (सादात उसमानपुर के मूरिसे आला) की ज़ियारत की। हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन महदी महदावीपुर, इस्‍लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के राजदूत डॉ. अली चगिनी और डॉ ख्वाजा पीरी के हाथो द्वार दरगाह पर चादर और फूल चढ़ाए गए।

कार्यक्रम की शुरुआत पवित्र कुरान के पाठ के साथ हुई, फिर दर्शकों को नात पाक द्वारा प्रबुद्ध किया गया। कार्यक्रम के मॉडरेटर प्रो नसीर नकवी थे। मौलाना रज़ा अब्बास ने अपने स्वागत भाषण में विशिष्ट अतिथियों को धन्यवाद दिया।

इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के राजदूत डॉ. अली चगिनी ने अपने भाषण में उस्मानपुर की धरती पर आने पर प्रसन्नता व्यक्त की और वहां के मोमेनीन को ईद की बधाई दी और कहा कि उन्हें सादात में होने पर गर्व है।

वली फकीह के प्रतिनिधि हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन महदवीपुर ने वंशावली के काम की सराहना की और इंटरनेशनल नूर माइक्रो फिल्म सेंटर और इसके निदेशक श्री ख्वाजा पेरी साहिब के साथ-साथ शोधकर्ताओं को धन्यवाद दिया।

इंटरनेशनल नूर माइक्रो फिल्म सेंटर के निदेशक डॉ. मेहदी ख्वाजा पेरी ने अपने भाषण में कहा कि उस्मानपुर की वंशावली से कई लोग प्रभावित हुए हैं, तो यह वंशावली आपके सामने आई है।

इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथियों में ईरानियों के अलावा मौलाना मुमताज़ अली (इमाम जुमा इमामिया हॉल दिल्ली), मौलाना तस्दीक हुसैन रिज़वी (इमाम जुमा ओखला), मौलाना गाफ़िर रिज़वी छौलसी (इस्लामिक विद्वान, ईरान कल्चर हाउस दिल्ली), मौलाना क़ुर्रातुल ऐन मुजतबा ( जमीयत-उल-मुंतजर नौगांवान सादात के प्रधानाचार्य, मौलाना आलम मेहदी जैदपुरी, मौलाना रज़ी जैदी फंदेड़वी (ईरानी कल्चर हाउस), मौलाना जीशान हैदर रिजवी (ईरानी कल्चर हाउस) उल्लेखनीय हैं।

कार्यक्रम में विद्वानों और आसपास के क्षेत्र के लोगों ने भी भाग लिया।

कार्यक्रम के अंत में वंशावली समारोह आयोजित किया गया और उसके बाद विशेष अतिथियों की सेवा के लिए धन्यवाद के रूप में एक शील्ड भेंट की गई।

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